Bal Shramik Vidya Yojana Apply Online : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले दो-तीन सालों से एक कल्याणकारी योजना चलाई है, जिसका नाम “उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना” है। यह योजना खासतौर पर उन बालकों और बालिकाओं के लिए है, जिनके माता-पिता मजदूरी करने का काम करते हैं, अर्थात जो बालक और बालिकाएं मजदूर परिवार से संबंध रखते हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार उन विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, जो शिक्षा के लिए पात्र हैं।
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना के अंतर्गत, प्रत्येक माह विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो उनके बैंक खाते में या उनके माता-पिता के बैंक खाते में भेजी जाती है। इस सहायता से उन्हें अध्ययन के लिए संबल मिलता है, जो उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करता है।
यदि आपका बच्चा भी इस योजना के लिए पात्र है, तो आपको आवेदन करने के लिए जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। आप योजना के बारे में अधिक जानने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित शिक्षा विभाग से संपर्क कर सकते हैं। वहां आपको आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।
यह योजना उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा शिक्षा को प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है और मजदूर परिवारों के छोटे बच्चों को बेहतर भविष्य की दिशा में मदद करने का उद्देश्य रखती है।
मुख्य बिंदु
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना 2023 हाईलाइट्स (Bal Shramik Vidya Yojana UP in Hindi)
- Bal Shramik Vidya Yojana Kya hai (यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है)
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का उद्देश्य (Objective)
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना में कितना पैसा
- लाभार्थियों का प्रवेश हेतु विद्यालयों का प्रकार:
- UP Bal Shramik Vidya Yojana हेतु पात्रता (Eligibility)
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना हेतु दस्तावेज (Documents)
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना अधिकारिक वेबसाइट (Official Website)
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना चयन प्रक्रिया (Selection Process)
- बाल श्रमिक विद्या योजना 9 श्रेणियों में निम्नवत् लागू की जायेगी
- Bal Shramik Vidya Yojana Apply Online ( ऑनलाइन आवेदन)
- शिकायत निवारण व्यवस्था
- FAQs:
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना 2023 हाईलाइट्स (Bal Shramik Vidya Yojana UP in Hindi)
नाम | UP Bal Shramik Vidya Yojana 2023 |
राज्य | उत्तरप्रदेश |
अगुवाई | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी |
विभाग | श्रम विभाग |
लाभार्थी | बाल श्रमिक |
लाभ | बालक – 1000 रूपए/माह, बालिका – 1200 रूपए/माह, 8 वी, 9 वी एवं 10 वी के विद्यार्थियों को 6 हजार |
अधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
ऑनलाइन आवेदन | यहाँ क्लिक करें |
Bal Shramik Vidya Yojana Kya hai (यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है)
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2020 में “मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना” की शुरुआत की। इस योजना के अंतर्गत, पढ़ाई करने वाले लड़कों को हर महीने ₹1000 और लड़कियों को ₹1200 मिलते हैं। इस पैसे से वे अपनी पढ़ाई कर सकते हैं या अपने परिवार को सहायता दे सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में रहने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए एक और योजना है, जिसमें आठवीं से लेकर दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को हर साल ₹6000 की एक्स्ट्रा सहायता मिलती है। इससे उन्हें अधिक संबल मिलता है और उनकी शिक्षा को समर्थित किया जाता है।
यह योजनाएं शिक्षा को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती हैं और गरीब परिवारों के बच्चों को बेहतर भविष्य की दिशा में सहायता प्रदान करती हैं। यदि आपका बच्चा इन योजनाओं के लिए पात्र है, तो उन्हें तत्काल आवेदन करना चाहिए और सहायता प्राप्त करने का लाभ उठाना चाहिए। ये योजनाएं उन्हें शिक्षा में आगे बढ़ने का एक सुनहरा मौका प्रदान करती हैं।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का उद्देश्य (Objective)
उत्तर प्रदेश में ऐसे कई परिवार हैं, जो श्रमिक परिवार के अंतर्गत आते हैं। इन परिवारों के बच्चों को खराब आर्थिक हालत के कारण पढ़ाई करने में कई समस्याएं होती हैं। ऐसे बच्चों को अक्सर समय पर फीस जमा नहीं कर पाने की वजह से कक्षाएं छोड़नी पड़ती हैं। इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इन छात्रों के भविष्य को समर्थन करने के लिए उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत सरकार इन छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह सहायता छात्रों को उनके शिक्षा के लिए समर्थन प्रदान करेगी और पढ़ाई में उपयोग होने वाली चीजों को खरीदने में मदद करेगी। इस योजना से इन छात्रों के भविष्य को निखारने में मदद मिलेगी और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना में कितना पैसा
- UP Bal Shramik Vidya Yojana के तहत प्रत्येक महीने, आर्थिक सहायता की धनराशि बालकों के लिए रु. 1000 और बालिकाओं के लिए रु. 1200 होगी। योजना के अनुसार सुविधित बालकों को वार्षिक रु. 12000 और बालिकाओं को रु. 14400 प्राप्त होगी।
- जो लाभार्थी योजना के तहत कक्षा 8, 9 और 10 की शिक्षा पूरी करते हैं, उन्हें कक्षा 8 पास करने पर रु. 6000, कक्षा 9 पास करने पर रु. 6000 और कक्षा 10 पास करने पर रु. 6000 की अतिरिक्त धनराशि प्रोत्साहन के रूप में मिलेगी।
लाभार्थियों का प्रवेश हेतु विद्यालयों का प्रकार:
इस योजना के अंतर्गत, प्रयास किया जायेगा कि लाभार्थी बच्चों/किशोरों को निकटतम सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दिया जाए। यदि एक किलोमीटर की परिधि में ऐसे विद्यालय उपलब्ध न हो, तो किसी मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में भी उन्हें प्रवेश दिया जा सकता है।
UP Bal Shramik Vidya Yojana हेतु पात्रता (Eligibility)
- इस योजना के तहत सिर्फ उत्तर प्रदेश के स्थायी विद्यार्थी ही पात्र होंगे।
- योजना के लिए बालक और बालिका दोनों पात्र होंगे जो श्रमिक परिवारों से संबंधित हैं।
- इस योजना का फायदा सिर्फ उन बालक और बालिकाओं को मिलेगा, जो इसमें आवेदन करेंगे।
- योजना के तहत कम से कम 8 से अधिकतम 18 साल की उम्र के विद्यार्थियों को पात्रता होगी।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना हेतु दस्तावेज (Documents)
- आधार कार्ड की प्रति
- पहचान पत्र की प्रति
- फोन नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना अधिकारिक वेबसाइट (Official Website)
इस योजना के बारे में और अधिक जानने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य के श्रमिक विभाग की अधिकारिक वेबसाइट में आप विजिट कर सकते हैं जो की https://uplabour.gov.in है।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना चयन प्रक्रिया (Selection Process)
- माता या पिता अथवा दोनों की मृत्यु हो गई हो ऐसे कामकाजी बच्चों की पहचान ग्राम पंचायतों, स्थानीय निकायों, चाइल्ड लाइन, या विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा की जाएगी। संबंधित क्षेत्रीय उप/सहायक श्रम आयुक्त या श्रम प्रवर्तन अधिकारी को अधिकारी/नगर स्वास्थ्य अधिकारी और चाइल्ड लाइन द्वारा आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी और उसके बाद उसे ई-ट्रैकिंग सिस्टम पर अपलोड किया जाएगा।
- माता या पिता अथवा दोनों में से किसी की स्थाई रूप से दिव्यांगता होने पर कामकाजी बच्चों की पहचान श्रम विभाग द्वारा जारी प्रमाण-पत्र के आधार पर ग्राम पंचायत, स्थानीय निकाय, चाइल्ड लाइन या विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा की जाएगी।
- माता या पिता अथवा दोनों में से किसी को गंभीर असाध्य रोग से पीड़ित होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण-पत्र के आधार पर उन परिवारों की पहचान ग्राम पंचायत, स्थानीय निकाय और जोनल चाइल्ड लाइन और विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा की जाएगी।
- भूमिहीन परिवारों और महिला प्रमुख परिवारों के चयन के लिए 2011 की सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (SECC) की सूची का उपयोग किया जा सकता है, और कामकाजी बच्चों के परिवारों की पहचान उसी सूची के आधार पर श्रम विभाग द्वारा संपन्न होगी।
- श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके काम क्षेत्र में सर्वेक्षण और निरीक्षण के माध्यम से योग्यता रखने वाले कामकाजी बच्चों की पहचान की जाएगी।
- कामकाजी बच्चों को लाभार्थी के रूप में शामिल करने के लिए ग्राम पंचायत सचिव/ग्राम विकास अधिकारी/स्थानीय निकायों के अधिशाषी अधिकारी/नगर स्वास्थ्य अधिकारी और श्रम विभाग के संबंधित क्षेत्रीय उप/सहायक श्रम आयुक्त या श्रम प्रवर्तन अधिकारी को आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी, और उसके चयन की अंतिम स्वीकृति के बाद उसे ई-ट्रैकिंग सिस्टम पर अपलोड किया जायेगा।
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बाल श्रमिक विद्या योजना 9 श्रेणियों में निम्नवत् लागू की जायेगी
- प्रथम श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से हैं जहाँ माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी हो, और उन बच्चों के काम से परिवार की आय हो और वे निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित हों।
- दूसरी श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से आते हैं जहाँ पिता की मृत्यु हो चुकी हो और जो बच्चा परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए काम कर रहा हो और उन्हें निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया हो।
- तीसरी श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से आते हैं जहाँ माता-पिता दोनों अस्थायी रूप से दिव्यांग हों और जो बच्चा परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए काम कर रहा हो और उन्हें निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया हो।
- चौथी श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से आते हैं जहाँ माता-पिता असाध्य रोग से प्रभावित होते हैं और जो बच्चा परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए काम कर रहा हो और उन्हें निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया हो।
- पांचवी श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से आते हैं जहाँ पिता स्थायी रूप से दिव्यांग हैं और जो बच्चा परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए काम कर रहा हो और उन्हें निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया हो।
- छठी श्रेणी – इस श्रेणी में वह बच्चे शामिल होंगे जो किसी पात्र परिवार से आते हैं जहाँ पिता किसी गंभीर असाध्य रोग से प्रभावित होते हैं और जो बच्चा परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए काम कर रहा हो और उन्हें निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया हो।
- सातवीं श्रेणी – सातवीं प्राथमिकता उन बच्चों की दी जाये जो कि ऐसे परिवार से आते है जहाँ महिला परिवार की मुखिया हो और उनका बच्चा परिवार का आर्थिक सहयोग करने के लिए ही कहीं कार्य कर रहा है और बच्चा किसी निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चे के रूप में चिन्हित हुआ हो।
नोट :- परिवार की मुखिया माता/महिला से तात्पर्य यह होगा कि पति की मृत्यु हो गयी हो /महिला तलाक शुदा हो और बच्चों/परिवार में भरण पोषण की जिम्मेदारी सम्बंधित महिला पर हो।
- आठवीं श्रेणी -इसमें प्राथमिकता उन बच्चों की दी जाये जो कि ऐसे परिवार से आते है जहाँ माता की मृत्यु हो चुकी हो अथवा माता स्थायी रूप से दिव्यांग हो अथवा माता किसी गम्भीर असाध्य रोग से ग्रसित हो।
- नवीं श्रेणी – इसमें प्राथमिकता उन बच्चों की दी जाये जो कि भूमिहीन परिवार से आते है और बच्चा परिवार का आर्थिक सहयोग करने के कारण से कहीं कार्य कर रहा है। ऐसा बच्चा किसी निरीक्षण/सर्वेक्षण के माध्यम से कामकाजी बच्चे के रूप में चिन्हित हुआ हो।
Bal Shramik Vidya Yojana Apply Online ( ऑनलाइन आवेदन)
इस योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए आपको UP Bal Shramik Vidya Yojana के लिए पहले आधिकारिक वेबसाइट पर registration करना होगा उसके बाद आवेदन फॉर्म भरना होगा। जिसकी विस्तारित प्रक्रिया हमने नीचे उपलब्ध कराई है:
- सबसे पहले आपको UP Bal Shramik Vidya Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- होम पेज पर आपको ऑनलाइन आवेदन का लिंक दिखेगा। उस पर क्लिक करके आगे बढ़ें।
- इस पेज आपको ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन के लिए एक फॉर्म दिख जायेगा, जहाँ आपको नाम, मोबाइल नंबर और निर्देशानुसार पासवर्ड चुनकर डाल देना है और “यूजर बनाएं” पर क्लिक कर देना है।
- Registration होते ही आपको “Login” पेज पर redirect कर दिया जायेगा।
- यहाँ पर username में आपको मोबाइल नंबर और पासवर्ड में अभी रेजिस्ट्रेशन के वक़्त बनाये गए पासवर्ड को डाल देना है।
- अब आप एक नये पेज पर पहुचेंगे जहाँ दायीं ओर आपको “नवीन पंजीकरण” का option मिलेगा। इस पर क्लिक कर दें
- आपके सामने ऑनलाइन आवेदन फॉर्म खुल कर आ जायेगा। जैसा नीचे इमेज में दिखाया है।
- यहाँ पर आपको नाम, स्थायी पता, पत्राचार पता, पिताजी या माता जी की आधार कार्ड का कॉपी अपलोड कर देना है और बाकी पूछी गयी जानकारी को बिना किसी गलती के भर देना है और अंत में सबमिट करदें।
- इस तरह आप बड़ी आसानी से UP Bal Shramik Vidya Yojana Apply Online पाएंगे।
शिकायत निवारण व्यवस्था
- अगर योजना के संबंध में कोई शिकायत हो तो आप सीधे जिलाधिकारी कार्यालय या ई-ट्रेकिंग सिस्टम पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं।
- शिकायतों को जिलाधिकारी के अध्यक्षता में गठित जनपदीय समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा और उन्हें एक महीने के भीतर हल किया जाएगा।
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FAQs:
बाल श्रमिक योजना कब शुरू की गई?
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक योजना की शुरुआत 12 June 2020 को UP के मुख्यमंत्री द्वारा की गयी
बाल श्रमिक विद्या योजना की ऑफिशियल वेबसाइट क्या है?
बाल श्रमिक विद्या योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.bsvy.in/ है जहा से अब आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना के तहत सहायता राशि क्या होगी?
बालकों के लिए 1,000 रुपये और लड़कियों के लिए 1200 रुपये प्रतिमाह , कक्षा 8 वीं, 9 वीं और 10 वीं के छात्रों को 6,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है?
बाल श्रमिक विद्या योजना एक सरकारी योजना है जो भारत में बाल श्रमिकों के शिक्षा को समर्थन प्रदान करती है। यह योजना बालकों और बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है और उन्हें श्रम से मुक्ति दिलाने के लिए बाल श्रम को कम करने का प्रयास करती है।
बाल श्रम का क्या अर्थ है?
बाल-श्रम का मतलब होता है कि व्यक्ति जो कानून द्वारा निर्धारित आयु सीमा से छोटा होता है, लेकिन उसे काम करना पड़ता है। कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इस प्रथा को शोषित करने वाली माना है।
बाल श्रम दिवस कब शुरू हुआ?
वर्ष 2002 में घोषणा की गई कि हर साल 12 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
बाल श्रमिक बनने का मुख्य कारण क्या है?
बाल मजदूरी और शोषण के कई कारण हैं, जैसे गरीबी, सामाजिक मापदंड, वयस्कों और किशोरों के लिए अच्छे कार्य करने के अवसरों की कमी, प्रवास और इमरजेंसी। ये सभी कारण भेदभाव से पैदा होने वाली सामाजिक असमानताओं के परिणाम हैं। बच्चों का काम स्कूल जाना है, न कि मजदूरी करना।
बाल श्रमिक विद्या योजना की आवेदन प्रक्रिया क्या है?
बाल श्रमिक विद्या योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://www.bsvy.in/ है, जिससे आप अब ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।