FriendshipLoveShayari

60+ Best Narazgi Shayari | मनाना नाराजगी शायरी हिन्दी में

Best Narazgi shayari Hindi : दोस्तो आज इस लेख में हम आपके लिये, Narazagi shayari लेकर आये हैं, जब हम किसी से नाराज़ हो जाते हैं, तो प्यार में ज़ाहिर सी बात है, रूठना मनाना चलता है। बार- बार रूठते अक्सर वही लोग हैं, जिनके अंदर एक सच्चे प्रेम की भावना होती हैं,या फिर नाराजगी भी वहीँ पर होती है, जहाँ पर प्यार अधिक होता है।ये नाराज़गी किसी के भी बीच हो सकती है, जैसे- भाई-बहन, मम्मी- पापा, पति-पत्नी, गर्लफ्रेंड- बॉयफ्रेंड,तो उनको मनाने के लिये इस लेख में हम सभी के ऊपर मनाने वाली naraz shayari आपके साथ साझा करेंगे तो आइये आगे कि तरफ़ बड़ते हैं।

शायरी का जादू हर दिल को छू लेता है, और जब वो शायरी नाराज़गी के इर्द गिर्द घूमती है, तो वो अपनी खास जगह बना लेती है। “नाराजगी शायरी” ये एक ऐसी शायरी है जिसमें भावनाओं का इस्तेमाल बड़े ही अच्छे तरीके से किया जाता है। जब कोई दिल से नाराज़ हो जाता है, तो उस नाराज़गी को व्यक्त करने का सबसे सुंदर और मजेदार तरीका होता है Naraj Shayari.

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको Narazgi Shayari की दुनिया में, जहाँ शब्दों का ख़ेल बड़ी ही ख़ूबसुरती से खेला जाता है। चाहे वो आपके कोई प्रियजन हों जो गुस्से से बात नहीं कर रहे, या फिर खुद को ही समझने के लिए आप मनाना नाराज़गी शायरी ढूंढ रहे है , यहाँ आपको मिलेगी वो नाराज़गी शायरी हिन्दी में जो आपकी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करेगी। तो तैयार हो जाइए इस नाराज़गी की दुनिया में खो जाने के लिए।

Narazgi Shayari In Hindi

जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है
पर अपना हैं कौन यह सिर्फ़ वक़्त ही बताता हैं।

मनाना नाराज़गी शायरी

हमसे प्यार में कोई खता हो जाए ,तो माफ़ करना
हम याद ना कर पाएं तो माफ़ भी कर देना
दिल से तो हम आपको कभी भूलेंगे नहीं
पर ये दिल ही रुक जाए तो माफ़ करना ।

हमारी खामोशियां ही बेहतर हैं,
शब्दों से लोग नाराज़ बहुत हुआ करते हैं।

तुम यूँ न नाराज हुआ करो हमसे,
जब तुम चुप हो जाते हो हमारे चेहरे की ख़ुशी चली जाती है।

Naraz Shayari

कुछ रिश्ते ख़ामोशी और नाराज़गी के चलते बच जाते है इस दुनिया में, वरना कौन किसका है यहाँ।

में ज़िंदगी के मेले में गुम हूँ, मुझे रास्ता मत दिखाओ। मैं खुद के इश्क़ में गुम हूँ, मुझे बेवफाओं से मत मिलाओ।

नाराज़ मैं अपने आप से हूँ, खामखा तूने अपने ऊपर ले लिया। गलतफहमियों ने हमें दूर किया है, खामखा तूने अपने ऊपर ले लिया।

कुछ लिखूं कैसे इएस कलम से दिल दिमाग पर तुम बैठी हो। मैं आज काम पर कैसे जाऊं, नाराज़ हो कर जो तुम बैठी हो।

अगर आपकी नाराज़गी, मजबूरी है, तो रहने दो,मुझे मानना भी नहीं है।

अजीव शक्स है नाराज़ होके हसता है, माँ चाहता हूँ नाराज़ होकर खपा ही रहे।

नाराज़गी इतनी लम्बी थी कि रिश्ते को बचाना मुस्किल ही हो गया।

हमें डर केबल इस बात का है कि जो हम से नाराज़ है, वो कहीं हम से दूर ना हो जाएँ।

हम औरों से नहीं बस अपने आप से नाराज़ होते है।

Best narazgi shayari for Gf

क्यों इतना हुआ है तू खफा है ज़िद किस बात की तेरी कि मारेगी ज्यादा मुझे मोत से नाराजगी तेरी।

जहाँ प्यार होता है, बहाँ नाराजगी होती है, नफरत नहीं।

बेसक बहुत ज़रूरत थी तेरी मगर तेरा होना अब जरुरी नहीं,बेसक जीना था तेरे साथ मगर अब कोई ज़रूरत नहीं।

अब तो आपकी नाराज़गी भी उतनी अच्छी लगले लगी है, जितनी आपकी मुश्कराहट लगती है।

एक बात हमेसा याद रखना दूसरों को रूलाकर ख़ुद ख़ुस नहीं रहा जा सकता।

मानने वाले हो तो, हम भी नाराज़ हो जाय।

मेरे हिसाब से ज़िंदगी बहुत छोटी है, नाराज़गी के लिए।

हम तो नाराज़ होने का नाटक कर रहे थे, उन्होंने सही समझ लिया और रूठ गए।

प्यार करने की इकलौती शर्त है, दोनों लोगों को नाराज़ होने का हक़ है।

जब आप नफरत करते करते थक जाओ
तब एक मौका प्यार को भी दे देना ।

मनाना नाराजगी शायरी

फोन पर रो रहा था मै उसको
सुनो तुम्हारी याद आ रही है
उसने फोन यह कह के काट दिया
सुनो तुम्हारी आवाज़ खराब आ रही है।

नाराज हूँ मै उसने मनाया भी नही
वो लोगो से कहता फिरता है बेवफा हूँ मै

आपकी यादो के बवंडर में
रोज खुद को खो दिया करती हूं
जब भी याद आती है
आपकी तो रो दिया करती हूं।

आज तो दिल आपको भी धमकियाँ दे रहा है
करो याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा ।

naraj shayari
नाराजगी शायरी 2 लाइन

ज़िन्दगी का ये हूनर भी आज़माना चाहिए
जंग अगर अपनो से हो तो हमेशा हार जाना चाहिए ।

कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे
नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हम से

यह भी पढ़ें:

उसकी हर गलती भूल
जाता हूँ जब वो मासूमियत
से पूछती है नाराज़ हो क्या हमसे।

नाराजगी शायरी love

लडाई कितनी भी हो हम
फिर भी आपको मना सकते
है सोचा तुमसे बात करने
की फिर याद आता है तुमने
कहा था आप जा सकते है

चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई
बात नही लेकिन रवैये अजनबी
हो जाये तो बडी तकलीफ देते है।

Narazgi shayari for love

अब तुम्हारी दूरियों से मुझे कोई एतराज़ नहीं, नाराज़गी रख कर भी अब तुमसे नाराज़ नहीं होता।

सिकवा आपसे नहीं मगर सिकायत उस ख़ुदा से है,जज़्बात क्यों दिये तुमने जब दुनियाँ में मोहब्बत करना कशूर है।

naraj shayari

थोड़ी नाराज़गी है हम दोनों के बीच पर दिल में एक दूसरे के लिये,प्यार और फ़िक्र बहुत है।

बात किया करो थोड़ा अपनापन सा लगता है, तुम्हारी नाराज़गी से एक अधूरापन सा लगता है।

तेरी नाराज़गी जाइज़ है, में भी ख़ुद से ख़ुस नहीं आज कल।

मैंने तेरी खामियों को अपनाया था , पर तूने मेरी खूबियों को भी नज़र अंदाज़ कर दिया।

ख़ुदा को नाराज़गी तो उठनी ही पड़ेगी, उसकी जगह जो तुम्हें दे रखी है।

नाराज़गी भी एक खूबसूरत रिश्ता है, जिसे होती है,वो दिल और दिमाग़ दोनों में रहता है।

naraj shayari

नाराज़गी और लड़ाई तो हर कोई करता है, तुमतो समझदार हो कुछ तो अलग कर लो।

नाराज़गी को जरा टटोल के देखना,यारा कई लोग नाराज़ नहीं परेशान भी होते हैं।

नाराज़ होना वहाँ बेहतर है जहाँ उस नाराज़गी की कदर हो।

Dil ko lubha dene vali narazgi shayari

सब कुछ होकर भी यूँ कमी जताती है।तुम्हारी कुछ नाराज़गी मुझे यूँ सताती है।

नाराज़गी में बेसक हमने दूर जाने की बात की हो,मगर दिल-ए-आशिक़ी ने आज भी पास रखा है।

तुमने हमपर गैरों के हिस्से का ग़ुस्सा भी उतारा,तुमसे एक हमारी नाराज़गी भी नहीं सही जा सकी।

कर देते हैं एक msg सामने से मन ही नहीं लगता नाराज़गी से क्या करेंगे।

नाराज़गी कैसी अदा-ए-अता तो बताअगर हो गई कोई ख़ता तो ख़ता तो बता।

Narazgi shayari 2 lines in hindi

किसी को मनाने से पहले यह अवश्य जान लें
कि वो तुमसे नाराज है या परेशान।

उनकी ये मासूम अदा मुझको बहुत भाती है, नाराज़ बस वो मुझसे होती हैं, गुस्सा वह सबको दिखाती है।

नाराजगी शायरी 2 लाइन

बेशक मुझपर गुस्सा करने का हक है तुम्हे,
पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना।

पता नहीं न जाने किस बात पर नाराज हैं वो हमसे,
ख्वाबों में भी मिलती है तो बात नहीं करती।

इंसान की हर बात खामोशी से मान लेना
यह भी अंदाज़ होता है नाराज़गी का।

shayari narazgi

ज़ुलफें मत बांधा करो तुम,
हवाए नाराज़ रहती हैं।

कैसे ना हो इश्क, उसकी सादगी पर ए-खुदा,
ख़फा हैं हमसे, मगर करीब बैठे हैं।

क्यों नाराज़ होते हो मेरी इन नादान हरकतों से,
कुछ दिन की ज़िन्दगी है, फिर चले जाएंगे तुम्हारे इस जहाँ से

कोशिश न कर किसी को खुश रखने की
कुछ लोगों की नाराज़गी भी जरूरी है
चर्चा में बने रहने के लिए।

shayari narazgi

फितरत में नहीं हैं किसी से नाराज होना,
नाराज वो होतें हैं जिन्हें अपने आप पर गुरूर होता है।।

मुझको breakup की वजह तो बता देते..
मुझसे नाराज़ थे या..मुझ जैसे हज़ारों थे।

shayari narazgi

दोस्तों हमें उम्मीद है की आपको narazgi shayari ( नाराज़गी शायरी हिन्दी में ) naraz shayari, naraj shayari, shayari narazgi की यह पोस्ट पसंद आयी होगी। अगर ऐसा है तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दें। और ईसिस तरह की और शायरी पाने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो जरूर करें।